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Friday, 14 June 2024
जो ख्वाब थे वही..
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जो ख्वाब थे वही हक़ीक़त थी, साथ तुम जहाँ तक थी,वही तक थी... तमाम उम्र अब यूँही घुटके मरना हैं, किसीसे कह नही सकते क्या शिकायत थी, ज़हर दोनों ...
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Wednesday, 8 May 2024
किसीआँख में आंसू सा मचल रहा हैं ,
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किसीआँख में आंसू सा मचल रहा हैं , दिल में एक ख्वाब सा पल रहा हैं ... तुमने चेहरे से जो नकाब उठाया हैं , देखो मौसम कितना बदल रहा हैं ... ...
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Saturday, 27 April 2024
कल रात फिर मिले कुछ साये…
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कल रात फिर मिले कुछ साये, वही दोस्त बैठें बतियायें, जाम से जाम टकरायें.. देर तक हुड़दंग से जागीं आँखें सुबह चाय की चुस्कियों में लड़खड़ाये...
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Wednesday, 17 April 2024
वो ज़ालिम एक दिन बेनकाब होगा..
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चित्रगुप्त के बही से सबका हिसाब होगा, वो ज़ालिम एक दिन बेनकाब होगा, आप हवाई दौरा बाढ़ का करके क्या करोगे नेताजी आपका वक़्त बेकार खराब होगा...
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Thursday, 11 April 2024
अलग-अलग हम कितने अलग है…
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साथ में तुझमें-मुझमें ही सब है ज़बक़े अलग-अलग हम कितने अलग है, सुबह एक ही रंग में रगीं है शामें सब एक आग़ोश में ढकीं है एक ही ख़्वाब सजाते...
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