चाँदनी रातो मे आप छत पे आया करो ,
क़भी साँझ ढले चाँद से भी बतियाया करो ,
जरूरी नही हर बात मे कुछ मतलब हो,
दुपहरी में खेलो ,बारिशो मे नहाया करों
ये एहसासात दुनिया के समझ के परे ही तो है
ये जज़्बात दिल मे ही चुपचाप दबाया करो
अबके इलेक्शन, सियासत गर्मियों पे भारी है ,
छत पे सो जाओ,लाइट के इंतज़ार में वक़्त मत जाया करो।
जब निगाह चाँद सूरज पे हो तो यु न दिल छोटा करते,
चन्द हारो में भी जश्न मनाया करो …।
क़भी साँझ ढले चाँद से भी बतियाया करो ,
जरूरी नही हर बात मे कुछ मतलब हो,
दुपहरी में खेलो ,बारिशो मे नहाया करों
ये एहसासात दुनिया के समझ के परे ही तो है
ये जज़्बात दिल मे ही चुपचाप दबाया करो
अबके इलेक्शन, सियासत गर्मियों पे भारी है ,
छत पे सो जाओ,लाइट के इंतज़ार में वक़्त मत जाया करो।
जब निगाह चाँद सूरज पे हो तो यु न दिल छोटा करते,
चन्द हारो में भी जश्न मनाया करो …।
gajab , awesome , behed umda, bahit badiya.......
ReplyDeleteAab air nay alfaaz main laoon kaise
Har baar aur bhi nekharti aur behtereen hoti
Tere in shayriyon pe comment keroon kaise
Jaroori nai har baat main matlab ho
DeleteDopahri main khelo baarish main nahaya kero
Awesome
thanks.....sirji.
ReplyDeleteapka asar hai ye bus
Ye toh aap ka badapan hai
ReplyDeleteVarna zamane ke aab aise dastor nai rehe
Log taak main rehete hai sohrat ke liye