किसीआँख में आंसू सा मचल रहा हैं , दिल में एक ख्वाब सा पल रहा हैं ...
तुमने चेहरे से जो नकाब उठाया हैं , देखो मौसम कितना बदल रहा हैं ...
माना हमने राते जागकर बितायी हैं , कही दूर उम्मीद का सूरज तो निकल रहा हैं .....!!!
सुन्दर
उम्मीद पे दुनिया कायम है।सुंदर अभिव्यक्ति।सादर।-----जी नमस्ते,आपकी लिखी रचना शुक्रवार १० मई २०२४ के लिए साझा की गयी हैपांच लिंकों का आनंद पर...आप भी सादर आमंत्रित हैं।सादरधन्यवाद।
वाह!!!!लाजवाब सृजन ।
सुन्दर
ReplyDeleteउम्मीद पे दुनिया कायम है।
ReplyDeleteसुंदर अभिव्यक्ति।
सादर।
-----
जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार १० मई २०२४ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
सुन्दर
ReplyDeleteवाह!!!!
ReplyDeleteलाजवाब सृजन ।