कभी रोके,कभी पोछे,कभी छुपाये आँसू ,
तेरे जाने के बाद बहुत काम आये आँसू ,
तेरे जाने के बाद बहुत काम आये आँसू ,
कभी सोचा भी के ख़ुशी से तुम्हे जाने दे,
लगे जो गले तो खुद ही उभर आये आँसू ,
लगे जो गले तो खुद ही उभर आये आँसू ,
एक हम थे जो खामोश ज़हर पी गये,
उसने तो जा जा के लोगो को दिखाये आँसू,
उसने तो जा जा के लोगो को दिखाये आँसू,
सारी दुनियादारी जो सांसो के तूफान मे भूल गये,
उनको नादानियों ने कितने आँख रुलाये आँसू,
उनको नादानियों ने कितने आँख रुलाये आँसू,
आँखे गहरा गयीं रोशनी भी जाती रही,
तुम ना आये तो रास्तो ने सुखाये आँसू,
तुम ना आये तो रास्तो ने सुखाये आँसू,
हैरान परेशान तेरे भोलेपन पर हूँ,
सुख गयी आँख जब तुमको नज़र आये आँसू
सुख गयी आँख जब तुमको नज़र आये आँसू
शहर के झूठ में एक नकाब हमने ओढ़ लिया,
वो कौन था जफ़र किसने तेरी याद में बहाये आंसू ..
वो कौन था जफ़र किसने तेरी याद में बहाये आंसू ..
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