Saturday 28 December 2019

जिंदा हो तो आदमी की तरह बात करो...






खुद से जिद करो,जहन से सवालात करो,
आदमी हो तो आदमी की तरह बात करो


लोग खीच खसोट कर ले जाएंगे,
अपनी हदो में अपनी हदो को बिसात करो,

बेरोजगारी और भूख का रोना मत रोओ,
थोड़ी मेहनत करो फिर बात करो,

एक बार जो तुम अपना आसमा ढूंढ लो,
उसे पाने को फिर दिन रात करो,

हाथ मिलाओ गले मिलो सलीके से,
इहतियाद से शहर में लोगो से मुलाक़ात करो,

सिर्फ वज़ू का नाम नही है सलह,
ईमान के रास्ते पे सफ़र हयात करो,

पहले ख़ुद हल पकड़ना तो सीख लो,
फिर फसल का इंतख़ाब करो.....

Monday 23 December 2019

हमे घायल जानकर, कई सियार निकल आये हैं...




मुश्किलो के बादल हैं,बेकशी के साये है,
हमे घायल जानकर कई सियार निकल आये हैं


तुम जुदाई के खौफ से मुझे डरा नही सकते
कई रिश्ते मैंने अपनी  जिद में दफ़नाए है,

दिल्ली के ताज में न जाने कैसा जादू हैं,
चींटियों के भी पर निकल आये हैं,

रोज का जिनसे दुआ सलाम मेरे मोहल्ले में हैं,
एक क़ानून से घुसपैठिये कहलाये हैं,

सूरज सूखेगा चाँद टूट कर गिरेगा,
लोगो ने इन वादों पे इलेक्शन करवाये हैं,

इन दफ्तरों ने जहाँ लोगो को रोब शौकत दी,
गरीब,किसान को बस चक्कर कटवाये हैं